
नहीं सुधर रहे है सरकारी स्कूल | जगमोहन सिंह राजपूत | Navchetana Patrika
सौ वर्ष पहले महात्मा गांधी ने कहा था कि भारतीयों की खुशी के लिए आशा की एकमात्र किरण है…
हल्की बूंदाबांदी हो रही थी। हम दोनों मित्र दुविधा में थे कि वहाँँ जाएँँ या न जाएँ। रात में उतनी दूर साइकिल चलाकर भींगते हुए जाना पड़ेगा। रास्ते में गंगा घाट की…
Read more“आरोग्यं परमं भाग्यं, स्वास्थ्यं सर्वार्थसाधनम्।” (अर्थात: उत्तम स्वास्थ्य ही सबसे बड़ा भाग्य है और वही सभी कार्यों की सिद्धि का माध्यम है।) आज की युवा पीढ़…
Read moreवर्ष 2025 में विश्व एक गंभीर पर्यावरणीय संकट के दौर से गुजर रहा है। बदलते मौसम, अनियमित वर्षा, बढ़ते तापमान, और प्राकृतिक आपदाओं की आवृत्ति ने यह स्पष्ट कर दिय…
Read moreनई दिल्ली, 4 अप्रैल 2025। नीति आयोग ने ‘स्थानीय विकास योजनाओं में जलवायु अनुकूलन को मुख्यधारा में लाना’ विषय पर एक राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार…
Read moreImage : Pexels इस बार बढ़ते तापमान और जंगल में आग के चलते उत्तराखंड की नदियां उफान पर हैं। अमूमन ये नदियां मानसून में उफनती हैं, लेकिन इनमें पहली बार मई-जून माह…
Read more4 June 2024 को जनस्ता में प्रकाशित लेख बढ़ता जल संकट न केवल पर्यावरण की दृष्टि से चिंता का विषय है, बल्कि यह देश के आर्थिक विकास में भी बाधक है। घटते जल स्रोत…
Read moreसौ वर्ष पहले महात्मा गांधी ने कहा था कि भारतीयों की खुशी के लिए आशा की एकमात्र किरण है शिक्षा के प्रकाश का सभी तक पहुंचना। उनकी प्राथमिकता में ‘पंक्ति के अंतिम…
Read moreसौ वर्ष पहले महात्मा गांधी ने कहा था कि भारतीयों की खुशी के लिए आशा की एकमात्र किरण है…
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